Saturday, 19 November 2016

SHRI/DR. AMITABH BACHCHAN: हम चाहे तो भी भुला नही सकते, तेरी यादों से दामन चुरा नही सकते, तेरे बिना जीना एक पल भी नामुमकीन है, तुम्हे चाहते है इतना की बता नही सकते…


































































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